Haryana News: 4 लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया पूर्व पार्षद, इलाज के बहाने पहुंचा अस्पताल

Haryana News: कैथल में एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम द्वारा चार लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़े गए पूर्व पार्षद कमल मित्तल की तबीयत पहले ही दिन रिमांड पर बिगड़ गई। एसीबी टीम ने कोर्ट से इलाज की इजाजत लेकर उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती करवाया और जांचें करवाईं। इलाज के बाद उसे वापस रिमांड पर लाया गया। अब पूछताछ के दौरान एसीबी यह भी पता लगाने की कोशिश करेगी कि कमल मित्तल ने अब तक कितने लोगों से पैसे वसूले और किन अधिकारियों से उसकी सांठगांठ थी।
व्यापारी से रिश्वत मांगते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया आरोपी
जानकारी के अनुसार कमल मित्तल कैथल का रहने वाला है और सेक्टर-19 में रहता है। वह खुद को पार्षद बताकर लोगों से पैसे वसूल करता था और खुद ही शिकायतें करता था ताकि फिर पैसे लेकर शिकायत वापस ले सके। इस बार उसने कैथल के ही एक व्यापारी संदीप गर्ग से चार लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। वह कह रहा था कि उसे डीसी को पैसे देने हैं नहीं तो कार्रवाई तय है। जब व्यापारी ने डर के कारण रिश्वत देने की बात मानी तो तुरंत एंटी करप्शन ब्यूरो से संपर्क किया और पूरी बात बताई।
शिकायत देकर खुद की सील करवाई और फिर पैसे लेकर खुलवाई
संदीप गर्ग ने एसीबी को बताया कि उसकी जमीन पुराने बस स्टैंड के पास है जिस पर उसने एक बिल्डिंग बनाई थी। कमल मित्तल ने पहले उस पर शिकायत की और उसे सील करवा दिया। बाद में संपर्क कर कहा कि पांच लाख बीस हजार रुपये दो तो सील खुलवा दूंगा। संदीप ने पैसे दिए और सील खुलवा दी गई। लेकिन इसके बाद कमल मित्तल ने फिर से RTI और CM विंडो पर नई शिकायतें डाल दीं। जब संदीप ने पूछा कि पैसे दे चुका हूं और सील भी खुल गई तो अब शिकायत क्यों की जा रही है तो आरोपी ने कहा कि डीसी को भी कुछ देना होता है और अब चार लाख और देने होंगे।
फर्जी नाम से पैसे मांगने वालों की होगी सख्त कार्रवाई
संदीप ने पूरा मामला एसीबी को बताया और तय योजना के तहत 4.20 लाख रुपये लेकर होटल में कमल मित्तल से मिलने गया। जैसे ही उसने पैसे दिए वैसे ही एसीबी की टीम ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया। इस पूरे मामले पर कैथल की डीसी प्रीति ने साफ कहा है कि अगर कोई व्यक्ति किसी अधिकारी के नाम पर आम लोगों से पैसे मांगता है तो उसकी तुरंत शिकायत डीसी कार्यालय या समाधान दिवस पर करें। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी और प्रशासन किसी भी हाल में भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं करेगा। फिलहाल कमल मित्तल रिमांड पर है और एसीबी उससे पूछताछ कर रही है ताकि पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश हो सके।